काफी लम्बे समय से जिस ट्रांसफर सूची का जिसको इन्तेजार था आज वह आ गयी है। बात ट्रांसफर सूची के विश्लेषण की करें तो इस बार शासन न जनपदों में काफी हैरतअंगेज बदलाव देखने को मिले हैं।
शासन स्तर पर कई टॉप अधिकारियों के मुख्य दायित्वों में कटौती की गई है। जिसका कारण कुछ अधिकारियों में आपसी कलह बताई जा रही है। मुख्यमंत्री के और नजदीक पंहुचने की जंग में इस बार प्रतिद्वंद्वियों ने कुछ का अच्छा खासा नुकसान कर डाला है।
वंही जैसे तैसे करके इस बार हरिचन्द सेमवाल को अच्छा विभाग आबकारी विभाग मिल गया है वरना अभी तक आबकारी से उलट उनके पास सब सूखे विभाग ही बचे थे।
दीपक रावत को कमिश्नर कुमाऊं के साथ साथ सचिव मुख्यमंत्री का प्रभार देना भी कई लोगों को हजम नही हो रहा है। बता दें कि इस वक्त दोनों ही कमिश्नर कुमाऊं व गढ़वाल के पास सचिव मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी आ गयी है।
लम्बे समय से जिलाधिकारी देहरादून सोनिका के हटने का इन्तेजार कर रहे लोगों के लिए आज एक यह तबादला सूची एक अच्छी खबर लायी है। सोनिका के जगह अब सविन बंसल को देहरादून DM का प्रभार मिला है। बता दें अक्सर DM देहरादून के पद से हटने वाले अधिकतर अधिकारियों को अन्य अच्छी पोस्टिंग मिलती है लेकिन इस बार ऐसा न हो सका है। वंही इस सूची में यह स्पष्ट नही हो पाया है कि CEO स्मार्ट सिटी की जिम्मेदारी कौन देखेगा, पूर्व में यह चार्ज कभी VC MDDA तो कभी DM देहरादून के पास रहा है। अब देखना होगा कि इस बार यह किसको दिया जाएगा।
बात करें सिचाई, लघु सिंचाई, PWD, समाज कल्याण जैसे विभागों की तो इस वक्त इन विभागों में कम अनुभाग व कम कार्य होने के बावजूद भी 2-2 व कंही इससे अधिक अपर सचिव तैनात कर दिए गए हैं। वंही शासन में गृह जैसे विभाग भी मौजूद हैं जहां अपर सचिव की कमी तक चल रही है और पूर्व गृह सचिव तक ने कार्मिक विभाग को उक्त के संबंध में पत्र तक लिखा था।
वित्तीय अनियमिताओं के कारण चर्चा में रहे विभाग PMGSY को काफी लंबे समय बाद स्थायी CEO मिला है जो अब वहीं कार्यलय में बैठेंगे। बता दें कि कुछ वर्षों से CEO PMGSY का अतिरिक्त चार्ज उन अधिकारियों को दिया गया था जो पहले से ही शासन में विभिन्न जिम्मेदारी देख रहे थे। लेकिन हिमांशु खुराना को PMGSY का स्थायी प्रभार देने दे यह उम्मीद जगी है कि वहां कुछ हद तक माहौल अब ठीक हो जाएगा।
काम के बोझ तले दबते जा रहे चमकते IAS अधिकारी बंसीधर तिवारी के स्वयं के अनुरोध पर शासन ने उन्हें DG शिक्षा की जिम्मेदारी हटा दी है। अब उनके पास VC MDDA सहित DG सूचना की जिम्मेदारी रहेगी।
बात करें जिलाधिकारियों की तो इस सूची में 6 जिलाधिकारी बदले गए, इन 6 जनपदों में से 4 में डायरेक्ट IAS तैनात थे, लेकिन तबादला सूची में 6 जनपदों में से सिर्फ 2 में ही डायरेक्ट IAS को तैनाती मिली है। जिस कारण काफी लंबे समय से चार्ज का इन्तेजार कर रहे करीब 8 से 10 डायरेक्ट IAS इन्तेजार करते रहे गए हैं।
पुनःनियुक्ति / कॉन्ट्रैक्ट पर तैनात DM
हाल ही में सेवानिवृत्त हो रहे DM उधमसिंह नगर को सरकार ने 3 माह की पुनः नियुक्ति दी है। जहां एक तरफ अधिकतर अधिकारियों को सेवविस्तार दिया जाता है तो उससे उलट जिलाधिकारी उधमसिंहनगर को कॉन्ट्रैक्ट व संविदा कर्मचारी की भांति 3 माह की पुनः नियुक्ति दे दी गयी। जिसकी चर्चा आज कल शासन में खूब जो शोर से हो रही है।
मुख्यमंत्री सचिवालय का दायरा किया गया कम
इन तबादला सूची में यह भी देखने को मिला है कि मुख्यमंत्री सचिवालय से सचिव मीनाक्षी सुंदरम व विशेष सचिव पराग मधुकर धकाते को दूर कर दिया गया है। वजह तो स्पष्ट नही हो पाई है लेकिन सभी अपने अपने तर्क जरूर बता रहे हैं।
सचिवालय सेवा वालों को अभी भी इन्तेजार
इस सूची में सचिवालय सेवा के सिर्फ एक अधिकारी का नाम शामिल किया गया है, वो है गरिमा रौंकली जिनके ऊपर 2 प्रमुख विभाग सिचाई एवं लघु सिचाई के बाद भी तीसरा विभाग खेल लाद दिया गया। जबकि सचिवालय सेवा के कई अपर सचिव कुछ बदलाव की राह देख रहे थे। जिनमें से 2 से 3 तो आगामी कुछ माह में रिटायर भी हो रहे हैं।
साफ छवि के अधिकारियों को भी मिली अच्छी तैनाती– साफ छवि के अधिकारियों को फ्रंट-लाइन तैनाती देकर धामी सरकार ने बड़ा मास्टर स्ट्रोक खेला है। इस बार कमाऊ पूतों को दरकिनार कर इनोवेटिव सोच व ईमानदार छवि के कुछ अधिकारियों को भी तैनाती मिली है। जिनमे से कर्मेन्द्र सिंह – DM हरिद्वार, आकांशा कोंडे – CDO हरिद्वार, गिरीश गुणवंत – CDO पौड़ी व सुंदर लाल सेमवाल – CDO उत्तरकाशी मौजूद है। माना जा रहा है कि जल्द ही IPS तबादला सूची में भी इसी प्रकार के बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
कुछ पद अभी भी रिक्त, एक और सूची आने की उम्मीद – लंबी चौड़ी तबादला सूची आने के बाद भी अभी करीब 3 से 4 पद रिक्त चल रहे हैं जिनमे सचिव MDDA, जॉइंट सेक्रेटरी MDDA, ADM देहरादून व CEO स्मार्ट सिटी भी शामिल है। उम्मीद है कि अभी कुछ जनपदों के ADM व SDM भी बदले जाने है, तब ही इन पदों को भर दिया जाएगा।
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