प्रदेश में बढ़ते डेंगू के मामलों पर नाराज मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने सचिव और कमिश्नर गढ़वाल विनय शंकर पांडे को डेंगू नियंत्रण की कमान सौंप दी है। बता दें कि आपके अपने DOON MIRROR ने 2 दिन पूर्व ही खबर प्रसारित कर बताया था कि कैसे फोगिंग के नाम पर प्रति माह 40 लाख रुपये खर्च करने के बाद भी अधिकतर शहर के क्षेत्रों में फॉगिंग नहीं हो रही थी। जो कि नगर निगम देहरादून की बडी नाकामी भी है। अब सीएम के आदेशों पर सचिव मुख्यमंत्री व आयुक्त विनय शंकर पांडे भी फुल एक्शन मोड में आ गये है।
नगर निगम देहरादून पंहुचे आयुक्त ने डेंगू के मसले पर संक्षिप्त बैठक में ही नगर निगम की कार्यप्रणाली को समझते हुये अफसरों को टाइट किया साथ ही साथ कई जरूरी दिशा निर्देश देते हुये प्रत्येक वार्ड में इस प्रकार से योजना बने ताकि डेंगू लॉक हो जाए। आयुक्त की बैठक में नगर स्वास्थ्य अधिकारी को आयुक्त ने दो टूक कह दिया है कि सुबह जल्दी टीम संग निकलकर छिडकाव सफाई की रिपोर्ट लीजिए अन्यथा नुकसान उठाने के लिये तैयार रहिये। बैठक में जिलाधिकारी सोनिका मीणा, सीएमओ देहरादून, नगर निगम आयुक्त, नगर स्वास्थ्य अधिकारी, सीएमएस जिला अस्पताल भी मौजूद रहे।
आयुक्त की बैठक में बुलाई गई आंगनबाडी कार्यकर्ताओं व आशा बहनो ने भी नगर निगम की पोल खोल दी, उन्होंने बताया कि कैसे छिडकाव के नाम पर सिर्फ धुंआ फैलाया जा रहा है। नगर आयुक्त के पद पर रहते हुये नगर निगम देहरादून को एक मुकाम पर पंहुचा चुके आईएएस विनय शंकर पांडेय नगर निगम के कामकाज और शक्तियों से भली भांति परिचित थे लिहाजा आज मीटिंग में नगर निगम का कोई अधिकारी उन्हे ज्यादा टहला नही पाया।
नगर निगम की कार्यप्राणली बीते कुछ माह में इतनी खराब हो चुकी है कि खुद भाजपा पार्षद भी नाराज दिखे है। नगर निगम के क्षेत्र में आने वाली स्ट्रीट लाइट व्यवस्था पूरी तरह फेल हो चुकी है। आयुक्त के नगर निगम पंहुचने से पहले नगर आयुक्त मनुज गोयल भी सक्रिय दिखे और छिड़काव के लिये रखे गये स्टोर केंद्र का निरीक्षण करते दिखे।
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