वन मुख्यालय के बाद सचिवालय का रुख कर सकती है CBI, शासन में मौजूद वित्तीय स्वीकृति की फ़ाइल व दस्तावेजों पर रहेगी अब CBI की नजर !!

कॉर्बेट पार्क की पाखरो रेंज में अवैध कटान व निर्माण की जांच को सीबीआई की टीम वन मुख्यालय पहुंची। सीबीआई की टीम ने पीसीसीएफ समेत कई अफसरों से पूछताछ कर दस्तावेज भी खंगाले।

सूत्रों ने बताया कि सीबीआई की टीम सुबह 11 बजे वन मुख्यालय पहुंची। करीब ढाई घंटे डटे रहने के बाद टीम कुछ दस्तावेज साथ ले गई। इस दौरान टीम पीसीसीएफ अनूप मलिक के दफ्तर में रही। पूछताछ के साथ ही विभागीय प्रमुख के नाते उनसे इस मामले से जुड़े दस्तावेज भी लिए गए। मलिक पाखरो प्रकरण के दौरान कुछ समय के लिए पीसीसीएफ-वाइल्ड लाइफ भी रहे थे। पाखरो प्रकरण में उनका नाम भी आया था। बाद में उनको पीसीसीएफ-वाइल्ड लाइफ के पद से हटा दिया गया था। पीसीसीएफ अनूप मलिक ने कहा कि सीबीआई की टीम आई थी, लेकिन उन्होंने क्या पूछताछ की, क्या दस्तावेज मांगे या क्या जांच की, इसकी जानकारी नहीं दी जा सकती। केंद्रीय एजेंसी को पूरा सहयोग किया जाएगा।

यह है पूरा मामला पाखरो रेंज के 106 हेक्टेयर वन क्षेत्र में 2019 में टाइगर सफारी का निर्माण वित्तीय स्वीकृति के बिना शुरू किया गया। पेड़ों के अवैध कटान और अवैध निर्माण की शिकायत पर राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण ने निरीक्षण कर गड़बड़ी पकड़ी थी। मामले में पहले विजिलेंस जांच कर रही थी। अब सीबीआई के हाथों में केस गया है।

वंही आने वाले दिनों में CBI वन मुख्यालय के बाद शासन का रुख कर सकती है, सचिवालय में मौजूद वित्तीय स्वीकृति संबंधित समस्त फ़ाइलें भी CBI अपने कब्जे में लेकर सचिवालय स्तर पर भी पूछ ताछ कर सकती है।