रुड़की में सांपों एवं उनके विष की तस्करी प्रकरण ने लिया नया मोड़, मेनका गांधी ने मुख्य सचिव को लिखा पत्र, DFO व SDO की संपत्ति की जांच व सस्पेंड करने की करी मांग !!

रुड़की में शेड्यूल-1 श्रेणी के सांपों की तस्करी और उनके विष की अवैध बिक्री प्रकरण ने नया मोड़ लिया है। भाजपा सांसद और पीपुल फॉर एनिमल्स संगठन की संस्थापक स्मृति मेनका गांधी ने इस मामले में उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनंद बर्धन को पत्र लिखकर DFO व SDO हरिद्वार की कार्यशैली पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

मेनका गांधी ने पत्र में कहा है कि उन्हें लगातार जानकारी मिल रही थी कि रुड़की में कुछ लोग कोबरा जैसे सांप पकड़कर उनका विष रेव पार्टियों और नशे के कारोबारियों को बेच रहे हैं। इस सूचना के बाद 9 सितंबर को उनकी टीम ने छापेमारी की। इस दौरान टीम को 86 शेड्यूल-1 श्रेणी के सांप मिले। हालांकि सांपों का जहर और आरोपी मौके से फरार हो चुके थे।

उन्होंने पत्र में कहा कि DFO स्वप्निल एवं SDO सुनील बलूनी को उन्होंने कई बार शिकायत करी लेकिन वह दोनों इस मामले में कार्रवाई करने से बचते रहे और आरोपी को बचाने का काम किया। मेनका गांधी ने साफ कहा है कि या तो डीएफओ या एसडीओ ने आरोपियों को छापे की भनक दे दी थी, जिसके चलते आरोपी घर बंद कर फरार हो गए और जहर की खेप वहां से गायब कर दी गयी।

डीएफओ पर गंभीर आरोप

मेनका गांधी ने डीएफओ स्वप्निल पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वे अपराधियों को जानते थे और कार्रवाई नहीं करना चाहते थे। इतना ही नहीं, उन्होंने छापे के दौरान उनकी टीम को आरोपी के घर जाने से भी रोक दिया। मेनका गांधी ने कहा कि यह सीधा भ्रष्टाचार का मामला है और डीएफओ ने आरोपियों को संरक्षण दिया है।

संपत्ति और खातों की जांच की मांग

पत्र में उन्होंने डीएफओ स्वप्निल की बैंक अकाउंट और संपत्तियों की जांच कराने की मांग भी की है। उनका कहना है कि सांप का जहर काले बाजार में लाखों रुपये में बिकता है और यह संभव है कि वह अन्य अपराधियों को भी संरक्षण दे रहे हों।

मेनका गांधी ने मुख्य सचिव से इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने और दोषी डीएफओ व एसडीओ को तत्काल निलंबित कर वन विभाग से हटाने की मांग की है। उन्होंने यह भी लिखा कि जब दिल्ली में सांप और सांप के जहर की बिक्री की खबरें उन्हें मिल सकती हैं तो वन विभाग कैसे अनजान रह सकता है।

देश में सबसे बड़ा छापा

मनेका गांधी ने इसे देश का सबसे बड़ा छापा बताते हुए कहा कि यह केवल सांपों की तस्करी नहीं बल्कि वन विभाग में भ्रष्टाचार की गहरी जड़ें उजागर करने वाला मामला है।

HOFF समीर सिन्हा की तारीफ करी

मेनका गांधी ने पत्र में यह भी लिखा है कि उन्होंने DFO हरिद्वार, SDO हरिद्वार व डायरेक्टर राजाजी को इस प्रकरण पर करवाई करने हेतु कई बार फ़ोन किया लेकिन किसी ने भी संतोषजनक प्रतिक्रिया नहीं दी। DFO हरिद्वार ने तो उनके फोन उठाने तक बंद कर दिए थे, लेकिन जैसे ही उन्होंने HOFF समीर सिन्हा को इस प्रकरण की सूचना दी, उन्होंने तत्काल दबिश टीम घटित करते हुए उक्त स्थान पर रेड मारी है।

DOON MIRROR से खास बातचीत में प्रमुख सचिव वन आर. के सुधांशु ने बताया कि प्रकरण की जांच कराई जा रही है, अगले कुछ दिनों में उन्हें जांच आख्या प्राप्त हो जाएगी, जांच में वन विभाग का कोई भी अधिकारी व कर्मचारी की संलिप्तता पाई जाती है तो शासन स्तर पर समस्त दोषियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्यवाई अमल में लायी जाएगी। जांच में यह भी पता लगाया जा रहा है कि उक्त प्रकरण किस DFO के कार्यकाल का है।