उत्तराखंड में इन दिनों IPS ट्रांसफरलिस्ट की चर्चा खूब जोरों शोरों से है। चर्चा होनी भी लाजमी है विभिन्न जनपदों में कई मठाधीशों की जगह धामी सरकार नए व बेहतर चहरे देने के मूड में नजर आ रही है। इस बार जितने भी बदलाव किए जाएंगे वह सभी 2027 के विधानसभा चुनाव के मध्यनजर किये जाएंगे, और आंकलन है कि जिन IPS को इस बार नए जनपदों की कमान मिलेगी वह उन जनपदों में 2027 का चुनाव होने तक तो बिल्कुल भी नहीं हटाये जाएंगे।
अब बात करें बदलाव की तो मुख्यालय स्तर पर इस बार ADG व IG स्तर भी बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। ADG स्तर पर भी इस बार जिम्मेदारी में बदलाव देखने को मिलेगा, काफी समय से महकमे से बाहर कार्यरत एक ADG की महकमे में पुनः वापसी हो सकती है व उनको अहम जिम्मेदारी भी दी जा सकती है।
इसके अतिरिक्त बात करें IG स्तर की तो इन दिनों IG विजिलेंस, IG कारागार व IG कुम्भ जैसे पद रिक्त पड़े हुए हैं इन पदों पर या तो स्वतंत्र रूप से या अतिरिक्त प्रभार देते हुए कुछ IPS को बिठाया जाना है। साथ ही साथ अगले माह केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस लौट रहे 2007 बैच के IPS अधिकारी IG सदानंद दाते की भी वापसी हो रही है। इसके अतिरिक्त 1 जनवरी 2026 को IPS निवेदिता कुकरेती भी IG रैंक पर पदोन्नत हो जाएगी जोकि इस समय DIG अग्निशमन एवं अपर सचिव गृह की जिम्मेदारी देख रही है। इन दोनों अधिकारियों के लिए कुछ जिम्मेदारी राज्य सरकार अभी से ही रिजर्व करके रखेगी जो अतिरिक्त रूप से फिलहाल कुछ समय के लिए किसी अन्य के पास रहेगी।
अब बात करें DIG रैंक की तो हाल ही में DIG ददन पाल के सेवानिवृत्त होने के उपरांत निदेशक PTC (पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज) का प्रभार भी अतिरिक्त रूप से अन्य अधिकारी के पास चल रहा है। यह जिम्मेदारी भी अब किसी अन्य DIG या IG को दी जा सकती है। आपको बता दें कि इस वक्त प्रदेश में कुल 3 ही DIG स्तर के अधिकारी मौजदा समय मे कायर्रत है। जिसमे से DIG निवेदिता कुकरेती 3 माह बाद IG हो जाएगी व इसी कड़ी में 1 जनवरी 2026 को महकमे को नए पदोन्नत DIG भी मिल जाएंगे जिनमे IPS प्रह्लाद मीना व IPS यशवंत सिंह शामिल है। आंकलन है कि राज्य सरकार फिलहाल अभी DIG स्तर पर फवेबदल न करते हुए 1 जनवरी 2026 के बाद ही 2 पुराने व 2 नए DIG के जिम्मेदारियों में बदलाव करेगी।
चर्चाओं में रही सबसे महत्वपूर्ण पोस्टिंग यानी कप्तानों की बात करें तो इस बार जनपदों में काफी बड़ा फेरबदल देखने को मिल सकता है। DOON MIRROR के आंकलन के अनुसार 13 में से करीब 10 जनपदों में बदलाव देखने को मिल सकता है। कुछ कप्तानों को गुड वॉर्क के कारण बड़े जनपदों की कमान मिलेगी तो कुछ मठाधीशों को साइड पोस्टिंग पर भी पटका जा सकता है।
पहले बात करें SP व SSP स्तर के रिक्त पदों की तो इस वक्त महकमे में SP GRP, कमांडेंट 31 PAC व SSP कुम्भ का पद रिक्त चल रहा है यह सभी पद अतिरिक्त रूप से अन्य IPS अधिकारी देख रहे हैं, इन तीनों कुर्सियों को भी नए वारिस मिल सकते हैं। इसके अतिरिक्त हाल ही में IPS रैंक पर पदोन्नत हुए सुरजीत पंवार को नवीन नियुक्ति तो 10 सितंबर 2025 को VRS ले रही IPS रचिता जुयाल की वर्तमान नियुक्ति SP विजिलैंस पद पर भी किसी अन्य अधिकारी की नियुक्ति होनी है।
उत्तराखंड के चार बड़े जनपदों की बात करें तो सभी चार जनपदों में इस बार नए चहरे देखने को मिलेंगे। DOON MIRROR का आंकलन है कि इन चारों जनपदों के कप्तान में से सिर्फ IPS परमेन्द्र डोभाल को ही राज्य सरकार फिरसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारी देने का मन बना रही है या तो उनको उधमसिंह नगर या फिर देहरादून का कप्तान बनाया जा सकता है। परमेन्द्र डोभाल को हरिद्वार से हटाना इस लिए भी सरकार की मजबूरी है क्योंकि परमेन्द्र डोभाल को हरिद्वार में 2 वर्ष पूरे होने जा रहे हैं, और 2027 में आचार संहिता लगते ही 3 वर्ष का कार्यकाल होने के कारण वह हरिद्वार में चुनाव नहीं करवा पाएंगे। जिस कारण अभी से ही उन्हें नए बड़े जनपद की कमान मिल सकती है जिससे वह चुनाव होने तक नए जनपद के भूगोल व परिस्थितियों से भली भांति परिचित हो सके।
देहरादून, नैनीताल व उधमसिंहनगर में क्राइम व लॉ एंड व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति होता देख फिलहाल राज्य सरकार व पुलिस महकमा यहां के कप्तानों को चार्ज से हटाकर साइड पोस्टिंग का रास्ता दिखाने का मन भी बना रहा है। इसके कुछ संकेत हाल ही में हुई प्रदेश स्तर की लॉ एंड आर्डर समीक्षा बैठक में भी देखने को मिले थे।
वंही देहरादून के कप्तान अजय सिंह के लगतार दो बड़े जनपद (हरिद्वार व देहरादून) में करीब कुल 3 साल का चार्ज होने के उपरांत भी उन्हें अब रेस्ट मोड़ पर रखने पर विचार किया जा रहा है जिससे अन्य काबिल अधिकारियों को भी बढ़ चढ़कर मौका मिले।
13 जनपदों के सापेक्ष 32 IPS के बीच इस कदर वर्चस्व है कि राज्य सरकार इस बार नए व काफी समय से जनपद के चार्ज से अछूते रहे IPS को भी जनपद का चार्ज देने का मन बना रही है जिससे उत्तराखंड IPS कैडर मैनेजमेंट ठीक हो सके।
बात करें गढ़वाल मंडल की तो यहां अधिकांश जनपद के कप्तान बदले जा सकते हैं, कुछ को महत्वपूर्ण तैनाती मिलेगी तो कुछ फिलहाल साइड पोस्टिंग में रेस्ट दिया जाना है। लगातार 4 जनपदों में पोस्टिंग का स्वाद ले रहे IPS लोकेश्वर को भी इस बार थोड़ा आराम दिया जा सकता है। कुमाऊँ मंडल में भी चंपावत सहित अन्य जनपदों में भी बदलाव देखने को मिल सकता है।
बात करें आंकड़ों की तो वर्ष 2024 में 5 सितंबर को हुए ट्रांसफर में कुछ IPS अधिकारियों को जनपदों की कमान मिली थी तो कुछ को साइड पोस्टिंग में तैनात की गया था। अब ठीक एक साल का कार्यकाल होने के उपरांत या तो इनको परफॉर्मेंस के आधार पर नए व थोड़ा बड़े जनपदों की कमान मिलेगा या फिर साइड पोस्टिंग में तैनात किया जाएगा व साथ ही साथ इसी लिस्ट में साइड पोस्टिंग में तैनात किए गए अधिकारियों को अभी 1 साल की साइड पोस्टिंग के बाद नवीन जिम्मेदारी मिल सकती है।
इन IPS को हुए वर्तमान तैनाती पर ठीक एक साल पूरे-
- मणिकांत मिश्रा – एसएसपी उधमसिंहनगर
- नवनीत सिंह – एसएसपी STF
- आयुष अग्रवाल – एसएसपी टिहरी
- मंजूनाथ टी.सी – SP सुरक्षा
- स्वेता चौबे – सेनानायक, IRB 2
- अर्पण यदुवंशी – सेनानायक, SDRF
- अक्षय कोंडे – SP रुद्रप्रयाग
- चंद्रशेखर घोड़के – SP बागेश्वर
- विशाखा भदाणे – पुलिस मुख्यालय
इन IPS का हुआ वर्तमान तैनाती पर एक साल से भी अधिक का कार्यकाल –
- अजय सिंह – एसएसपी देहरादून, 2 वर्ष
- परमेन्द्र डोभाल – एसएसपी हरिद्वार, 2 वर्ष
- देवेंद्र पींचा – एसएसपी अल्मोड़ा, 1 वर्ष व 9 माह
- सर्वेश परमार – एसपी चमोली, 1 वर्ष व 6 माह
- रेखा यादव – एसपी पिथौरागढ़, 1 वर्ष व 6 माह
- लोकेश्वर सिंह – एसएसपी पौड़ी, 1 वर्ष व 6 माह
इस बार की ट्रांसफर सूची में एक चीज यह भी देखने को मिलेगी कि IPS कैडर में एक या दो उत्तराखंड मूल के IPS अधिकारियों को भी अच्छी तैनाती दी जाएगी। इसके पीछे की वजह यह बताई जा रही है कि दबे लब्जों में राज्य सरकार पर उत्तराखंड मूल के अधिकारियों को नजरअंदाज करने के आरोप भी लगते आये हैं। अब इन्ही सब के बीच राज्य सरकार इस बार उत्तराखंड मूल के अधिकारियों को कुछ न कुछ अहम जिम्मेदारी देने का भी मन बना सकती है।

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