उत्तराखंड में ADG व IG से बड़ा SSP का कद, नियम विरुद्ध मनमर्जी से अंडर ट्रांसफर इंस्पेक्टर व दरोगाओं को भी मिल रहा चार्ज !!

आपने अक्सर सुना होगा कि उत्तराखंड में ब्यूरोक्रेसी बेलगाम हो रखी है, लेकिन इन दिनों हाल यह है कि ब्यूरोक्रेसी अब अपने ही वरिष्ठम अधिकारियों के ऊपर भी आमादा होने लगी हैं।

ऐसा ही किस्सा उत्तराखंड पुलिस महकमे में देखने को मिल रहा है।जहां पुलिस मुख्यालय स्तर पर ADG उपाधीक्षकों के तो रेंज स्तर पर IG नियमानुसार निरीक्षकों व दरोगाओं के तबादले कर रहे हैं, लेकिन खुद को उच्च अधिकारियों से भी ऊपर समझ रहे कुछ SSP उच्च अधिकारियों के तबादला सूची पर ही पलीता लगा दे रहे हैं।

बता दें कि रेंज स्तर से तबादले की सूची तो हर वर्ष आती है लेकिन रिलीव वही होते हैं जिनकी कोई पकड़ नहीं है। जिस कारण से पारदर्शी तरीके से आतिथि तक ट्रांसफर अमल में नहीं हो सके हैं। कई दरोगा व निरीक्षक तो इतने प्रभावशाली हो गए हैं कि वह अंडर ट्रांसफर रहते हुए ही पूरा साल चार्ज पर काट दे रहे हैं।

DOON MIRROR से खास बातचीत में IG गढ़वाल राजीव स्वरूप ने बताया कि उनके संज्ञान में ऐसे मामले आये हैं जहां कुछ निरीक्षक व दरोगाओं को कई कई महीनों से रिलीव नहीं किया गया है, बल्कि उन्हें इस दौरान लाभ के पद यानी चार्ज पर भी बैठा रखा है, जोकि नियमविरुद्ध है। राजीव ने यह भी बताया कि उन्होने गढ़वाल परिक्षेत्र के सभी SSP व SP को सख्त हिदायत दी है कि वह आगामी शिक्षण स्तर शुरू होने से पूर्व सभी को रिलीव कर दें। अगर विशेष परिस्थितियों में कप्तान किसी को रोकना चाहता है वह D.O पत्र में लिखकर बताएंगे कि उक्त को किस परिस्थिति में कार्यमुक्त नहीं किया जा रहा है। उक्त पत्र पर वह तब निर्णय लेंगे कि कोन दरोगा व निरीक्षक रुकेगा कौन नहीं। IG राजीव स्वरूप ने यह भी बताया कि 1 अप्रैल के बाद से कोई भी अंडर ट्रांसफर निरीक्षक व दरोगा चार्ज पर नहीं रहेगा।