शासन स्तर पर एक बार फिर कुछ IAS अधिकारियों के तबादले होने की सुगबुगाहट सचिवालय में शुरू हुई है।
विश्वसनीय सूत्रों की माने तो हाल ही में सीईओ, निर्वाचन के पद से हटे IAS अधिकारी ने डेपुटेशन जाने का मन बना लिया है व उन्हें डेपुटेशन के लिए प्रदेश सरकार ने NOC भी दे दी है। अगर सब कुछ ठीक रहा तो वह जल्द ही डेपुटेशन पीरियड काटने के लिए प्रदेश से रिलीव हो जाएंगे। इस स्तिथि में उनके विभाग किसी अन्य को देने की चर्चा है।
बात करें हाल में सीईओ, निर्वाचन की जिम्मेदारी संभाल रहे IAS अधिकारी बी.वी.आर.सी पुरुषोत्तम की तो अगले कुछ दिनों में निर्वाचन की अहम जिम्मेदारी के कारण उनके दूसरे विभाग भी अन्य सचिव को देने की तैयारी कार्मिक विभाग कर रहा है।
वंही चर्चा यह भी है कि मौजूदा सरकार में कुछ खटपट होने के कारण एक IAS दंपति उत्तरप्रदेश में इंटर कैडर डेपुटेशन जाने की तैयारी में लगी है। इस दंपति में से फिलहाल एक को NOC मिल गयी है तो दूसरे ने अप्लाई की हुई है। लेकिन DOPT स्तर पर हरी झंडी न मिलने के कारण उक्त प्रकरण अधर में लटका पड़ा है।
हाल ही में एक बीमारी के कारण स्वास्थ्य लाभ ले रहे सचिव को भी सरकार रिलैक्स पीरियड देने जा रही है, उनके विभाग भी अन्य सचिवों को देने की तैयारी है।
इन अहम कुर्सियों को भी नही मिला नया वारिस –
जहां एक तरफ राधा रतूडी के मुख्य सचिव बनने के बाद उनके कुछ विभाग अन्य IAS अधिकारियों को दे दिए गए तो वंही अभी तक 2 महत्वपूर्ण कुर्सियों को अलग से वारिस नही मिल पाया है। इन कुर्सी में एक कुर्सी चेयरमैन ऊर्जा की है तो दूसरी चेयरमैन परिवहन निगम की। मुख्यसचिव बनने के बाद भी फिलहाल इन जिम्मेदारियों को मुख्य सचिव राधा रतूडी ही देख रही है।
सूत्रों की माने तो राज्य में कम ACS रैंक के अधिकारी होने के कारण फिलहाल इन कुर्सियों के लिए रिप्लेसमेंट नही मिल पाया है।
MDDA में भी खाली पड़ी 2 कुर्सी, कई PCS मैदान में –
मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण की रिक्त पड़ी 2 कुर्सियों के लिए भी आज कल जोर आजमाइश जारी है, कुछ PCS प्रतिदिन यहां तैनाती पाने के लिए हाथ पैर मार रहे हैं। आलम यह है कि मुख्यमंत्री दरबार से लेकर सचिवालय तक यही चर्चा है कि MDDA में सचिव व संयुक्त सचिव पद हेतु कौन PCS अधिकारी बाजी मरेगा।
Editor