देहरादून में दिन पर दिन बढ़ रहा है इलेक्ट्रिक स्कूटर का क्रेज़, दून में 1 साल में 10 हज़ार लोगों ने खरीदे इलेक्ट्रिक स्कूटर !!

दून में इलेक्ट्रिक स्कूटर की मांग तेजी से बढ़ी है। देहरादून आरटीओ में पिछले एक साल में करीब 10 हजार इलेक्ट्रिक स्कूटर पंजीकृत हुए हैं, वंही 60 हज़ार पेट्रोल स्कूटर पंजीकृत हुए हैं।

इलेक्ट्रिक स्कूटर लें या पेट्रोल वाला, इसको लेकर अक्सर लोगों में कन्फ्यूजन रहता है। विशेषज्ञों की मानें तो माइलेज के हिसाब से इलेक्ट्रिक स्कूटर बेहतर है। यह माइलेज में 10 गुना सस्ता है। लंबे रूट के लिए भरोसे का सफर चाहिए तो पेट्रोल वाला स्कूटर बेहतर रहेगा। हालांकि अच्छे इलेक्ट्रिक स्कूटर एक लाख से ऊपर की रेंज में ही हैं। इससे कम रेंज में क्वालिटी उतनी बेहतर नहीं है। ये 1.50 लाख से अधिक के भी हैं। अच्छी क्वालिटी वाले पेट्रोल स्कूटर 70 हजार से1.20 लाख में मिलते हैं।

बता दें कि इलेक्ट्रिक स्कूटर एक चार्ज में 100 किमी तक चलता है, जिसमें करीब 3 से 4 यूनिट बिजली खर्च होती है। देखा जाए तो 20 रुपये में ये स्कूटर 100 किमी चल जाता है। दूसरी तरह इससे प्रदूषण नहीं होता। रनिंग कॉस्ट कम होने के साथ इसकी मेंटिनेंस के चार्ज नहीं के बराबर हैं। इन स्कूटरों में बैटरी पर पांच साल तक की वारंटी मिल जाती है।