त्यूणी हादसे में 4 बच्चों की मौत, फायर कर्मियों पर लापरवाही का आरोप, कप्तान ने कही जांच की बात !!

जानकारी के अनुसार, टोंस नदी के पुल के पास सूरत राम जोशी का घर है। वे शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं। घर के अंदर कई परिवार रहते हैं। शाम करीब पांच बजे घर में अचानक आग लग गई।

घर से आग की लपटें निकलती देख वहां अफरा-तफरी मच गई। जो बच्चे फंसे थे उनके नाम सोनम (9 वर्ष), रिद्धि (10 वर्ष), मिष्टी (5 वर्ष) और सेजल (ढाई वर्ष) बताए जा रहे हैं।

स्थानीय विधायक प्रीतम सिंह ने फ़ेसबुक पर पोस्ट डाल कर करी चारों बच्चों की मृत्यु की पुष्टि

स्थानीय ग्राम वासियों द्वारा बताया जा रहा है कि लोगों की सूचना के बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची, लेकिन उसमें पानी कम था जिसके कारण तुरंत आग बुझाने का कार्य शुरू नहीं किया जा सका। जिसके चलते आग और विकराल हो गई।

इसके बाद वहां लोगों ने हंगामा कर दिया। बाद में हिमाचल के जुबल और उत्तरकाशी के मोरी से वाटर टेंकर मौके पर पहुंचे हैं।

वही वीडियो में भी सुना जा सकता है कि ग्रामवासी आपस में फायर बिग्रेड की गाड़ी में पानी ना होने की बात कर रहे हैं।

डीआईजी एसएसपी देहरादून ने कहा कि थाना त्यूणी, मोरी तथा हिमांचल प्रदेश से पुलिस बल तथा त्यूणी व मोरी फायर स्टेशन से दमकल के वाहन मौके पर पहुँचे। चूंकि उक्त मकान लकड़ी का बना हुआ था, जिसमें गैस सिलेंडर फटने के कारण दमकल के वाहनों के पहुंचने तक आग द्वारा वीभत्स रूप धारण कर लिया गया था। उक्त आग को मौके पर पहुंचे दमकल के वाहनों द्वारा अपने वाहनों की निर्धारित जल क्षमता के अनुसार आग को बुझाने का भरकस प्रयास करते हुए बमुश्किल आग पर काबू पाया गया।

उक्त घटना की उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दे दिए गए हैं यदि उक्त घटना में फायर यूनिट की ओर से किसी प्रकार की कोई देरी अथवा लापरवाही प्रकाश में आती है तो संबंधित के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी।

मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी सोनिका व एसएसपी देहरादून दलीप कुंवर मौके के लिए रवाना हो गए हैं।

जिलाधकारी ने बताया है कि मामले की मजिस्ट्रियल जांच कराई जाएगी अभी तक 4 बच्चे लापता हैं जिनकी तलाश कराई जा रही है।