शासन से लेकर आमजन तक आज कल उत्तराखंड पुलिस विभाग खासा चर्चाओं में है, कभी कोई गुड़ वर्क को लेकर तो कभी अपने ही विभाग में किये गए नए-नए एक्सपेरिमेंट को लेकर। महकमें का हाल यूं हो गया है कि जैसे ही कोई संवैधानिक नियमावली या कर्मचारियों के प्रोमोशन से जुड़े मामले में कोई विपदा आती है तो अपनी कुर्सी बचाने के चक्कर मे कुछ अधिकारी वर्तमान स्थिति से बचने के लिए तुरन्त नया नियम तक बना देते हैं।
उदाहरण के तौर पर हाल ही में लिए गए इन निर्णयों को ही ले लीजिए – कई वर्षों की नौकरी करने के बाद भी जब कांस्टेबलों का प्रोमोशन नही मिला तो बढ़ता आक्रोश देख पहले तो इन्हें 2 लाख रुपये एकमुश्त क़िस्त देने की बात कही गयी जब इसमे भी बात नही बनी तो ASI के 1750 अपग्रेडेड पोस्ट बना कर तुरन्त प्रोमोशन कर दिया गया, लेकिन ग्रेड पे में कोई भी इजाफा नही किया गया।
ऐसा ही कुछ एक्सपेरिमेंट इसी हफ्ते देखा गया जब रैंकर परीक्षा में उत्तीर्ण हुए सिपाहियों को आदेश जारी कर पदोन्नत करते हुए बिना ट्रेनिंग / परिशिक्षण के ही 2 स्टार पहना दिए गए। बता दें कि जहाँ रुद्रप्रयाग, पौड़ी, हरिद्वार, उधमसिंहनगर जैसे जनपदों में रिजल्ट का आदेश जारी होते ही स्टार पहना दिए वंही अन्य जनपदों ने इस नए एक्सपेरिमेंट से उचित दूरी बनाई रखी।
Doon Mirror से खास बातचीत में IG कार्मिक विम्मी सचदेवा ने बताया कि ट्रेनिंग से पहले ऐसे स्टार पहना देना सरासर गलत है व मुख्यालय द्वारा आदेश जारी कर जनपदों को नियमों के बारे में बताया जाएगा व आगे से ऐसा न हो इसके लिए भी निर्देश दिए जाएंगे।
पहली बार POP से पहले ही हो गयी HOB
इस बार रैंकर्स परीक्षा में एक और नया बदलाव देखने को मिला है, संशोधित पुलिस नियमावली 2021 के अनुसार रैंकर्स व नए चयनितों की पासिंग आउट परैड POP से पहले ही HOB ‘हिंदी ऑडर बुक’ कर दी गयी है। जिसको लेकर सम्पूर्ण पुलिस विभाग में खासा चर्चा है। बता दें कि नए नियम के अनुसार ट्रेनिंग से पहले ही HOB व नए पद की 100% बेसिक पे देने की बात कही गयी है। अब देखना होगा कि इन नए चयनित रैंकर्स को सीनियोरिटी 6 माह पहले की दी जाएगी या ट्रेनिंग के बाद की।
वंही नए नियमावली से वंचित रह गए पुराने रैंकर दरोगाओं में संशोधित नियमावली को लेकर आपस में खासा चर्चा देखने को मिली।
Editor