मानसून की प्रथम बारिश जहां किसानों के लिए राहत भरी रही है वहीं यह बारिश लोक निर्माण विभाग के लिए मुसीबत बनती जा रही है !!
जल्दबाजी , लापरवाही व बिन गुणवक्ता के यह कार्य, पहली ही बरसात में धंस कर सब बयां कर देते हैं !!
पहला मामला -लच्छीवाला फ्लाईओवर
भानियावाला व लच्छीवाला को जोड़ने वाला नया लिंक फ्लाईओवर भी अब लापरवाही व जल्दबाजी की भेंट चढ़ गया है !!
अभी एक साल का समय भी पूरा नही हुआ है इस पुल को !!
इस फ्लाईओवर की एक तरफ की अप्रोच वाल (पुस्ता) जो फ्लाईओवर को सहारा देने के लिए बनाया गया था, वही अप्रोच वाल अब खुद ही बेसहारा हो गयी है !!
विभाग द्वारा लीपापोती कर कुछ दिन मामला दबाने की कोशिश तक कि गयी , लेकिन पुल की एक तरफ की एक दीवार इतनी धंस गयी कि पूरे पुल को सुरक्षा की दृष्टि से बंद करना पड़ गया है !!
स्थानीय लोगों द्वारा बताया गया कि पुल को कुम्भ मेले से पूर्व शुरू करने का दबाव हर वक्त अधिकारियों पर बनाया गया था जिससे इस पुल का कार्य काफी जल्दबाजी में हुआ था, और उक्त फलस्वरूप आज यह पुल धंस गया है !!
दूसरा मामला – नेपाली फार्म फ्लाईओवर
डोईवाला और ऋषिकेश को जोड़ने वाला नेपाली फार्म स्थित फ्लाईओवर में बरसात के बाद बीच सड़क पर खड्डे होने शुरू हो गए हैं !!
यह पुल भी अब लापरवाही व जल्दबाजी की भेंट चढ़ गया है !!
फ्लाईओवर पर जलभराव के चलते एक फीट गहरा गड्ढा बन गया, गौरतलब है कि नेपाली फार्म फ्लाओवर पर बरसाती जल की निकासी के पर्याप्त इंतजाम नहीं है
फिलहाल कार्यदायी संस्था उत्तरप्रदेश सेतू निगम ने आनन फानन में गड्ढे को कंक्रीट से भर दिया है !!
फ्लाईओवर में गड्ढे बनने से निर्माण की गुणवत्ता पर भी सवाल उठ रहे हैं !!
तीसरा मामला – मियांवाला फ्लाईओवर
मियांवाला फ्लाईओवर शुरू होने के साथ ही खतरनाक हो गया है !!
इस फ्लाईओवर की एक अप्रोच वाल अपनी जगह से काफी बाहर आ गयी है !!
आपको बता दें कि मियांवाला फ्लाई ओवर में खामियां उद्धघाटन से पूर्व ही दिखने लगी थी !!
इस फ्लाईओवर से पैनल्स खिसकने लगे हैं !! हालांकि अब इसका लोहे की सरियों के सहारे नये सिरे से ट्रीटमेंट किया जा रहा है !!
नेशनल हाईवे अथॉरिटी इसे विधि से किये गये ट्रीटमेंट को पूरी तरह सुरक्षित भी मान रही है, लेकिन जिस तरह से इसके पैनल अपनी जगह से खिसक रहे हैं, उसे आम लोग खतरा बता रहे हैं।
इस रूट पर नियमित रूप से चलने वाले वाहन चालक भी इसे खतरनाक बता रहे हैं !!
Editor