चालान का टारगेट पूरा करने की प्रतिस्पर्धा में कहीं कट न जाएं बेगुनाहों के चालान !!

कोविड काल मे जहाँ एक तरफ कोविड गाईडलाइन व प्रोटोकाल का उल्लंघन करने वालों पर उत्तराखंड पुलिस द्वारा नियम अनुसार कार्यवाही की व कुछ गंभीर मामलों में मुकदमा तक दर्ज किया है ।

वंही कोरोना काल में पूर्ण प्रदेश में उत्तराखंड पुलिस द्वारा चलाये गए मिशन हौसला की प्रदेश में ही नही बल्कि पूरे देश मे प्रशंसा हो रही है ।

पर कोविड काल में यह भी देखा गया कि थाना स्तर पर एक प्रतिस्पर्धा का माहौल रहा है, कि कौनसा थाना प्रतिदिन सबसे अधिक चालान काटता है और कितना अधिक चालान सरकारी कोष में जमा कराता है !!

बाकायदा जनदप स्तर से देहरादून की तरह और जिलों में भी प्रतिदिन प्रेस नोट तक जारी कर बताया जाता है कि, जिसमे थाना वॉर चालान की कार्यवाही की संख्या बताई जाती है !!

परन्तुं इस कारण थानों के बीच में एक ऐसा माहौल बन गया है कि आज कौन यह लिस्ट टॉप करेगा !!

प्रतिदिन कुछ मामले ऐसे भी सामने आ रहे हैं जहां जोर जबरदस्ती व डरा कर चालान काटने की बातें भी सामने आ रही है !!

हाल ही में देहरादून के रायपुर थाना इस्थित एक रेस्टोरेंट के मालिक व दुकानदार ने DOON MIRROR से सम्पर्क कर बताया कि पुलिस द्वारा किसी न किसी नियम का हवाला देकर हर हफ्ते उनका चालान किया जा रहा है बल्कि उनके द्वारा दुकान व रेस्टोरेंट में हर गाइडलाइन का पालन किया जा रहा था ।

देहरादून के अन्य थानों में भी कुछ मामलों में यह बात सामने आयी है कि पुलिस द्वारा छोटी छोटी गलतियां ढूंढ कर जबरदस्ती चालान की कार्यवाही की जा रही है

अब देखना होगा कि पुलिस महकमा इस मामले का संज्ञान लेकर आवश्यक कार्यवाही करता है या नही !?

यह भी देखना दिलचस्प होगा कि कैसे पुलिस महकमा, थाना वार चल रही इस प्रतिस्पर्धा को कैसे खत्म करता है !!